रोते-बिलखते लोगों की ये तस्वीरें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह ज़िले नालंदा से आई हैं। रसलपुर गाँव में रहने वाले इस दलित परिवार ने अपने दो सदस्यों को खो दिया है। 31 जनवरी को अजय पासवान और रंजीत पासवान नाम के दो दलित भाइयों की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। दोनों भाई महादलित मानी जाने वाली दुसाध जाति के थे। दोनों भाई ऑटो चलाकर पेट पालते थे।
परिवार से मिले कुणाल किशोेर विवेक
बिहार बीएसपी के प्रदेशाध्यक्ष कुणाल किशोर विवेक पीड़ित परिवार से मिलने पहुँचे… उन्हें देख बेसहारा हो चुका पीड़ित परिवार बिलख पड़ा। परिवार का पेट भरने वाले दोनों जवान बेटे अपने पीछे 3-3 बच्चे छोड़ गए हैं। कुणाल किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला… उन्होंने कहा ‘वर्तमान सरकार पूरी तरह विफल है और न्याय व्यवस्था चौपट हो गई है। सीएम के बस की बात नहीं रही। गरीब और एससी-एसटी पर बहुत ज़्यादा अत्याचार बढ़ गया है।’
कैसे हुई हत्या ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ 16 जनवरी को अजय पासवान अपना टेपों धो रहा था, इस दौरान कु बूँदें आरोपियों में से एक पर पड़ी और झगड़ा हो गया। पुलिस ने समझौता करा दिया। लेकिन 31 जनवरी को कुछ अज्ञात लोगों ने ऑटो बुक किया और सुबह 3 बजे अजय को बुलाया। साथ में भाई रंजीत पासवान भी चला गया। बाद में घर से क़रीब 6 किलोमीटर दूर दोनों के शव बरामद हुए। परिवार ने 14 लोगों के ख़िलाफ़ नामज़द FIR कराई है लेकिन परिवार का आरोप है कि चूँकि आरोपी सीएम नीतीश की कुर्मी जाति से आते हैं इसलिए पुलिस कुछ नहीं कर रही।
दो आरोपी गिरफ्तार, बाकी कब ?
द शूद्र ने बिंद थाना प्रभारी अभय कुमार से फ़ोन पर बात की, उन्होंने बताया कि अभी तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी के खिलाफ प्राथमिक जांच की जा रही है। उन्होंने किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव से इनकार किया है।
बिहार में जिस तरह से दलितों और पिछड़ों पर अत्याचार और अपराध की वारदातें बढ़ रही हैं, उसने सीएम नीतीश कुमार के सुशासन मॉडल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट, द शूद्र