राजस्थान के नागौर जिले के मकराना कस्बे से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां अपनी सुरक्षा की गुहार लगाने गए प्रेमी जोड़े को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। प्रेमी जोड़े ने गिरफ्तार होने से पहले 20 जून को आर्य समाज मंदिर में विवाह कर लिया था।
लड़की ने सुनाई अपनी आपबीती
लड़की ने घटना की आपबीती सुनाते हुए बताया कि मैं मुस्लिम समुदाय से हूं जबकि लड़का दलित है जिसके कारण मेरे घरवाले हम दोनों के विवाह के खिलाफ थे। इसलिए अपनी सुरक्षा माँगने के लिए हम दोनों 23 जून को अजमेर में कलेक्ट्रेट पहुंचे तभी मकराना पुलिस के साथ मेरे माता-पिता कलेक्ट्रेट पहुँच गए और जबरन हम दोनों को अलग कर दिया।
परिजनों ने लड़की को बताया नाबालिग
वहीं लड़की के परिजनों का कहना है कि हमारी बेटी नाबालिग है और अजमेर जिले के किशनगढ़ में सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने वाले दलित लड़के ने उसे शादी का प्रलोभन दिया था। वहीं दूसरी तरफ लड़की ने दावा किया कि वह बालिग है और उसने अपनी मर्जी से विवाह किया है।
पुलिस ने लड़की पर की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार पुलिस ने लड़की को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जिसने उसे नागौर के सावित्री बाई फुले गर्ल्स हॉस्टल भेज दिया। वहीं युवक को अरेस्ट कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है। बाल कल्याण समिति 28 जून को इस मामले में आगे की सुनवाई करेगी।