उत्तर प्रदेश के जिला बरेली में पुलिस की प्रताड़नाओं से तंग आकर एक दलित समाज के युवक ने फांसी के फंदे पर लटक अपनी जान देने की कोशिश की, युवक को परिजनों ने फांसी के फंदे पर लटका देखा तो तुरंत उसे रस्सी काटकर नीचे उतारा और उसे गंभीर हालत में जिले के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस की पिटाई से आहत युवक ने लगाई फांसी
आरोप है कि पुलिस ने दलित युवक की थाने बुलाकर पिटाई की थी। भुता क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले एक दलित युवक की पत्नी कुछ दिनों से लापता थी, जिसको लेकर युवक ने एक बाइक मैकेनिक पर पत्नी को ले जाने का इल्जाम लगाते हुए थाने में तहरीर दी थी लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था।
वहीं शुक्रवार को घर लौटी पत्नी ने पति पर मारपीट का आरोप लगाया, जिसके बाद पुलिस ने युवक को थाने बुलाकर पत्नी के सामने ही बेरहमी से पीटा था। इस पूरी घटना से आहत होकर युवक ने घर पर मौका पाकर फांसी लगा ली।
पुलिस पर मारपीट का आरोप गलत – इंस्पेक्टर अश्विनी
पीड़ित के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए एक वीडियो वायरल की है। जिसमें उन्होंने पुलिस पर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में भुता इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार की मानें तो पुलिस पर मारपीट के आरोप पूरी तरह से निराधार है।
( ये खबर हिन्दुस्तान की रिपोर्ट पर आधारित है )