BSP अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा मित्रों के मानदेय बढ़ाए जाने की खबर को लेकर बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। इस दौरान उन्होंने बीजेपी को कांग्रेस के पद चिन्हों पर चलने वाली पार्टी बताया है। दरअसल वर्तमान समय में शिक्षा मित्रों को 10 हजार रुपए मानदेय दिया जाता है, और अब योगी सरकार आगामी विधानसभा चुनाव से पहले शिक्षा मित्रों के मानदेय में 2 से 4 हजार रुपए तक बढ़ा कर सकती है।
कांग्रेसी कल्चर पर चल रही बीजेपी – मायावती
मायावती ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि, अगर यह खबर सही है कि यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ सकता है शिक्षा मित्रों का मानदेय तो यह काफी विलम्ब से उठाया गया कदम है। यह कार्य बहुत पहले हो जाना चाहिए था जबकि चुनाव के नजदीक ऐसे फैसले करना कांग्रेसी कल्चर रहा है जिस पर अब भाजपा भी चल रही है। जनता यह सब समझती है।
2. जबकि बीएसपी की कार्यशैली ऐसी संकीर्ण चुनावी सोच से हमेशा अलग व पाक-साफ रही है। इसी कारण सन् 2007 में सरकार बनते ही हमने अपरकास्ट की भर्ती पर लगी रोक को तुरन्त हटाया जिससे फिर इस पूरे समाज को भरपूर लाभ हुआ तथा उन्हें यहाँ वर्षों बाद बड़ी संख्या में सरकारी नौकरी मिली।
— Mayawati (@Mayawati) July 26, 2021
देर से उठाया बीजेपी ने कदम – मायावती
मायावती ने आगे कहा, बीएसपी की कार्यशैली ऐसी संकीर्ण चुनावी सोच से हमेशा अलग व पाक-साफ रही है। इसी कारण सन् 2007 में सरकार बनते ही हमने अपरकास्ट की भर्ती पर लगी रोक को तुरन्त हटाया जिससे फिर इस पूरे समाज को भरपूर लाभ हुआ तथा उन्हें यहां वर्षों बाद बड़ी संख्या में सरकारी नौकरी मिली हैं।
बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग ने सरकार को 1.46 लाख शिक्षा मित्रों को दिए जा रहे मानदेय का पूरा ब्यौरा सौंप दिया है। जिसके बाद से उम्मीद लगाई जा रही है कि योगी सरकार चुनाव से पहले शिक्षा मित्रों के मानदेय को बढ़ा सकती है।