बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली यूपी की योगी सरकार में एक बार फिर से दलित बेटी के साथ दरिंदगी की खबर सामने आई है। हद तो ये हो गई कि गैंगरेप का शिकार दलित पीड़िता जब थाने पहुंची तो उसे पुलिस ने जूतों और बेल्ट से पीटा।
मामला अयोेध्या के थाना महराजगंज इलाके का है। पत्रिका में छपी खबर के मुताबिक शौैच के लिए बाहर गई दलित नाबालिग युवती के साथ गांव के जातिवादी गुंडों ने गैंगरेप किया और जब पीड़िता शिकायत दर्ज करने थाने पहुंची तो कथित तौर पर दो महिला कांस्टेबलों ने उसके साथ ना सिर्फ बदसलूकी की बल्कि उसे जूतों और बेल्ट से मारा।
मामले ने तूल पकड़ा तो यूपी पुलिस ने नीतू और शशि नाम की महिला सिपाहियों को लाइन हाज़िर कर दिया है। अयोध्या पुलिस की ओर से जारी किए गए बयान में राजपत्रित अधिकारी से मामले की जांच कराने की बात कही गई है।
थाना महराजगंज क्षेत्र अन्तर्गत ग्रा0 नारे में दुष्कर्म मे वांछित अभियुक्तों को 24 घण्टे के अन्दर गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है
उक्त में पीड़िता से महिला पुलिस पर अभद्रता के आरोपों में की गई कार्यवाही के संम्बन्ध में SPRA की बाईट@Uppolice @dgpup @DeepakKumarIPS2 @adgzonelucknow pic.twitter.com/veWHpB7wJf— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) November 18, 2020
इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
DIG/SSP,अयोध्या @DeepakKumarIPS2 द्वारा महिलाओं/बालिकाओं सम्बन्धी अपराध में त्वरित कार्यवाही हेतु दिये गये निर्देश के क्रम में
थाना महराजगंज #ayodhyapolice ने नाबालिक बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना करने वाले 02 अभियुक्तों को किये गिरफ्तार, भेजे गये जेल। @adgzonelucknow #UPPolice pic.twitter.com/IXLVjlqyG5— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) November 17, 2020
लेकिन पीड़िता की ओर से लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद फिर से यही सवाल उठ खड़ा हुआ है कि अगर पुलिस किसी रेप पीड़िता के साथ इस तरह का व्यवहार करेगी तो फिर थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत कोई रेप पीड़िता कैसे करेगी ?