बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने हरियाणा सरकार को सलाह देते हुए उनसे लोगों को बेघर ना करने की मांग की है। मायावती ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर हरियाण सरकार को ये बातें कही हैं।
उन्होंने लिखा ‘जनहित, जनसुरक्षा व जनकल्याण को संवैधानिक दायित्व स्वीकारते हुए हरियाणा सरकार को फरीदाबाद के खोरी गाँव में वर्षों से बसे लोगों को उजाड़ने से पहले उनके पुनर्वास की भी जिम्मेदारी निभानी चाहिए, बसपा की यह सलाह व माँग है।’
जनहित, जनसुरक्षा व जनकल्याण को संवैधानिक दायित्व स्वीकारते हुए हरियाणा सरकार को फरीदाबाद के खोरी गाँव में वर्षों से बसे लोगों को उजाड़ने से पहले उनके पुनर्वास की भी जिम्मेदारी निभानी चाहिए, बी.एस.पी. की यह सलाह व माँग।
— Mayawati (@Mayawati) June 23, 2021
डर के साये में हैं खोरी गांव के लोग
फरीदाबाद के खोरी गांव में वर्षों से करीब 10 हजार मकानों में लोग रह रहे हैं। यहां करीब 125 एकड़ जमीन है जिसमें से 80 एकड़ जमीन पर मकान बने हुए हैं। यह मकान वन क्षेत्र और नगर निगम की जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए हैं। इन सभी मकानों को सुप्रीम कोर्ट ने एक सप्ताह पहले तोड़ने के आदेश जारी किए थे। जिसके बाद यहां हर वक्त 2000 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। खोरी गांव में रहने वाले लोगों का कहना है कि परिणाम कुछ भी हो लेकिन वह किसी भी कीमत पर अपने घरों को छोड़कर यहां से नहीं जाएंगे।
मायावती ने इस पूरे मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए बीजेपी की खट्टर सरकार से मांग की है कि कोरोना काल में लोगों के घर तोड़ने से पहले उनको रहने के लिए घर उपलब्ध कराए जाएं। अगर सरकार इनको नए घर दिए बगैर इनके घरों को उजाड़ देगी तो वो इनके साथ नाइंसाफ़ी होगी।