NEET में OBC आरक्षण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस बार भी मोदी सरकार ने मेडिकल एंट्रेंस एग्ज़ाम NEET में OBC को आरक्षण दिए बिना परीक्षा की तारीखों का एलान कर दिया जिसके बाद बहुजन समाज में जबरदस्त आक्रोश है और राजनीतिक हलकों से भी ओबीसी की हकमारी के खिलाफ आवाज़ उठ रही हैं।
चंद्रशेखर आज़ाद ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने पीएम मोदी को नीट में ओबीसी का आरक्षण लागू करने को लेकर चिट्ठी लिखी है और साथ ही मोदी सरकार को आरक्षण विरोधी भी बताया है। चंद्रशेखर ने अपनी चिट्ठी में लिखा ’13 जुलाई 2021 में नीट की परीक्षा में आए विज्ञापन से यह स्पष्ट हुआ है कि ओबीसी को सरकार द्वारा नीट में राज्य स्तर पर आरक्षण नहीं दिया जा रहा है। इस गैर संवैधानिक रवैये से ओबीसी बेहद नाराज़ है, मैं इस पत्र के माध्यम से पिछड़े वर्ग की चिंता और परेशानी आप तक पहुंचा रहा हूं। उम्मीद करता हूं कि आप इसका तत्तकाल संज्ञान लेंगे।
राष्ट्रीय मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET के ऑल इंडिया कोटा में भारत सरकार द्वारा OBC आरक्षण ख़त्म किये जाने के संदर्भ में माननीय प्रधानमंत्री जी के नाम पत्र pic.twitter.com/fRs70VBrro
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) July 15, 2021
ओबीसी का भला नहीं चाहती सरकार – चंद्रशेखर
चंद्रशेखर ने मोदी सरकार को ओबीसी विरोधी करार देते हुए लिखा ‘ओबीसी भारत का सबसे बड़ा सामाजिक समूह है जिसमें देश के कम से कम 70 करोड़ लोग हैं। सरकार उनकी शिक्षा की आकांक्षाओं को कुचलकर क्या हासिल करना चाहती है? और किसे खुश करना चाहती हैं ? ये समझना मुश्किल है। आप खुद भी दावा करते हैं कि आप पिछड़ी जाति के हैं लेकिन नीट पर आपकी सरकार जैसा व्यवहार कर रही है, उससे लगता नहीं है कि आपकी सरकार ओबीसी का भला चाहती है।’
दिलीप मंडल ने लिखी थी CJI को चिट्ठी
इससे पहले वरिष्ठ पत्रकार दिलीप सी मंडल ने भी नीट में ओबीसी आरक्षण को लेकर सीधे चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को चिट्ठी लिख कर मांग की थी कि ओबीसी से जुड़े सलोनी कुमारी केस का जल्द निपटारा किया जाए। दरअसल मोदी सरकार ने कोर्ट में केस पेंडिंग होने का हवाला देकर इस बार भी नीट में ओबीसी को आरक्षण नहीं दिया है जिससे ओबीसी समाज के हज़ारों कैंडिडेट डॉक्टरी की पढ़ाई नहीं कर पाएंगे।