भीम आर्मी चीफ और असपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद ने आज़मगढ़ प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि जातीय उत्पीड़न का शिकार हुए दलित परिवार को तुरंत न्याय दिलाया जाए। आजमगढ़ के पलिया के ग्राम प्रधान मुन्ना पासी के घर में तोड़फोड़ की तस्वीरें साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मैं खुद पीड़ितों को न्याय दिलाने आऊंगा।
पीड़ितों को इंसाफ दिलाने आज़मगढ़ जाएंगे आजाद
चन्द्रशेखर ने अपने ट्वीट में लिखा, जिला आजमगढ़, ग्राम पलिया के प्रधान मुन्ना पासी जी के घर पर की गई तोड़-फोड़ प्रशासन की दलित विरोधी मानसिकता का प्रमाण है। योगी जी दलितों पर आपकी पुलिस द्वारा किया गया अत्याचार दलित समाज भूलेगा नहीं। मैं 19 जुलाई को पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें न्याय दिलाने खुद आजमगढ़ आ रहा हूँ।
जिला आजमगढ़, ग्राम पलिया के प्रधान मुन्ना पासी जी के घर पर की गई तोड़-फोड़ प्रशासन की दलित विरोधी मानसिकता का प्रमाण है।
योगी जी दलितों पर आपकी पुलिस द्वारा किया गया अत्याचार दलित समाज भूलेगा नहीं। मैं 19 जुलाई को पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें न्याय दिलाने खुद आजमगढ़ आ रहा हूँ। pic.twitter.com/IpVNOcKLRM
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) July 3, 2021
पुलिस पर घर तोड़ने का आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगारी बाजार में 29 जून को दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। आरोप है कि जानकारी मिलने पर पहुंचे कुछ पुलिसकर्मियों की गांव वालों ने पिटाई कर दी थी। इसके बाद पुलिस की टीम ने गांव में पहुंचकर ग्राम प्रधान मुन्ना पासवान समेत तकरीबन 10 से 12 घरों के दरवाजे-खिड़की उखाड़ते हुए तोड़फोड़ की थी। गांव वालों के मुताबिक पुलिस ने जेसीबी से ये तोड़फोड़ की थी। इस पूरी घटना में 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
महिलाओं से भी बदसलूकी का आरोप
गांव की महिलाएं शनिवार से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गईं हैं। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया है कि महिलाओं के साथ पुलिस ने बर्बरता की है। जब तक कार्रवाई नहीं होगी हम ये आंदोलन जारी रखेंगे।