UPSC घोटाले पर प्रो दिलीप मंडल ने आज फिर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने UPSC की भर्तियों में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए कहा कि UPSC में महाघोटाला सामने आया है। दिलीप मंडल ने यूपीएससी की वेटिंग लिस्ट पर सवाल उठाते हुए पर्दे के पीछे से बहुजनोें की हकमारी का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि ‘जब आरोप लगे तो कहा 6 अगस्त 2020 को UPSC ने घोटाले पर सफाई दी। केंद्र ने UPSC से 927 अफसर मांगे थे लेकिन 4 अगस्त 2020 को UPSC ने 829 लोगों का रिजल्ट दिया। जनरल मेरिट लिस्ट में SC-ST-OBC चुने जाते रहे हैं लेकिन UPSC जनरल कैटेगरी को अपर कास्ट कैटेगरी बना रही है।
UPSC जनरल मेरिट से SC-ST-OBC को बाहर कर रहा है
दिलीप मंडल ने यूपीएससी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि UPSC जनरल मेरिट से SC-ST-OBC को बाहर कर रहा है और सर्विस के नाम पर आरक्षित श्रेणी में धकेला जा रहा है।
वेटिंग लिस्ट के बहाने सवर्णों को चुना
प्रो मंडल ने यूपीएससी के हालिया नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि 4 जनवरी 2021 को 89 कैंडिडेट का रिज़ल्ट आया जिसमें जनरल-73, OBC-14, EWS-1, SC-1, ST-0 चुने गए। UPSC एक साथ सबका रिजल्ट क्यों नहीं देती?
‘ओम बिरला की बेटी नहीं बन पाती IAS’
दिलीप मंडल ने पूछा कि ये वेटिंग लिस्ट का फर्जीवाड़ा क्यों किया जा रहा है? उन्होंने आगे कहा कि अगर वेटिंग लिस्ट नहीं होती तो लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी IAS नहीं बनती।
‘मैं ग़लत कह रहा हूँ तो UPSC मुक़दमा करे’
दिलीप मंडल ने यूपीएससी को चुनौती देते हुए कहा कि मैं ग़लत कह रहा हूँ तो UPSC मुझपर मुक़दमा करे, मैं खुद को डिफेंड कर लूंगा क्योंकि सिस्टम भ्रष्ट है। उन्होंने आज रात 8 बजे #UPSC_Scam के साथ ट्विटर स्टॉर्म की अपील की है।