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दलित महिला पत्रकार को दिल्ली पुलिस ने दंगा भड़काने का इल्ज़ाम लगाकर हिरासत में लिया !

दिल्ली के जामिया नगर में रिपोर्टिंग करने गई दलित महिला पत्रकार सृष्टि को पुलिस ने हिरासत में लिया।

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फोटो - सौजन्य, दलित टाइम्स

दिल्ली पुलिस के द्वारा एक दलित महिला पत्रकार को हिरासत में लेने की घटना सामने आई है। बुधवार को जामिया नगर में कवरेज करने पहुंची दलित टाइम्स की पत्रकार सृष्टि जाटव पर दंगा भड़काने की कोशिश करने के आरोप लगाकर जामिया नगर पुलिस स्टेशन में लगभग तीन घंटे तक हिरासत में रखा। इसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।

पत्रकार सृष्टि जाटव ने बताई आपबीती

सृष्टि ने घटना के बारे में न्यूज पोर्टल न्यूजलॉन्ड्री से बात करते हुए बताया कि, “जामिया नगर के धोबी घाट पर बनी झुग्गियों को डीडीए और पुलिस के कुछ अधिकारी हटाने पहुंचे थे। जिसकी कवरेज के लिए जब मैं वहां पहुंचीं तो मुझे और मेरे सहकर्मी राजू को हिरासत में ले लिया।”

मुझे पर दंगा भड़काने का लगाया आरोप

सृष्टि ने न्यूजलॉन्ड्री को आगे बताया कि, “जब धोबी घाट पर पुलिस और डीडीए के अधिकारी झुग्गियां हटाने पहुंचे तो यहां के लोग उनका विरोध कर रहे थे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें डरा धमकार कर उनके घरों में भेज दिया लेकिन तभी वहां पर पत्थर भी फेंके गए। इस दौरान जब हम लोगों से बात कर रहे थे तभी पुलिस ने हमें घेर लिया, और कहां कि आप यहां दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे हो। पुलिस ने मुझसे यह भी कहा कि उन लोगों को पत्थर फेंकने के लिए भी मैंने ही उकसाया है।”

फोन से कर दीं वीडियो और ऑडियो डिलीट

सृष्टि कहतीं हैं कि, “इसके बाद पुलिस ने मेरा फोन छीन लिया और मुझे जामिया नगर पुलिस स्टेशन ले गए। मुझे दोपहर में करीब ढ़ाई से तीन बजे के बीच पुलिस स्टेशन ले जाया गया और तीन घंटे बाद छोड़ा। थाने में मुझसे मेरे फोन से वीडियो डिलीट करने को कहा गया, जब मैंने ऐसा करने से मना कर दिया तो उन्होंने खुद ही मेरे फोन से वीडियो और ऑडियो डिलीट कर दीं।

https://twitter.com/patrkar_srishti/status/1430518497470152705

मामले में पुलिस का पक्ष

इस मामले में डीसीपी राजेंद्र मीणा ने बताया कि डीडीए की जमीन पर से अतिक्रमण हटाने के लिए हमारी टीम वहां पहुंची ताकि कानून व्यवस्था न बिगड़े। दोपहर को वहां ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स की सुचेता डे अपने कुछ साथियों के साथ पहुंची और झुग्गियों के लोगों को काम में बाधा डालने के लिए उकसाया।

इसके बाद कुछ झुग्गीवासियों ने वहां हंगामा और पथराव किया। कानून व्यवस्था खराब न हो इसलिए हमने इन लोगों को हिरासत में ले लिया। इन सभी के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है। डीसीपी मीणा ने हिरासत में लिए गए लोगों की सूची भी साझा की. सूची में सुचिता डे, राना पॉल (अर्बन प्लानर), अरबाब अली (आइसा), शाकिर, नेहा तिवारी, सृष्टि और रुखसाना के नाम शामिल हैं।

( ये खबर न्यूजलॉन्ड्री की रिपोर्ट पर आधारित है )

 

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