अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों की ओर से कई गई जबरदस्त हिंसा ने ट्रंप के खिलाफ नाराजगी को और बढ़ा दिया है। विरोधियों के साथ-साथ ट्रंप की पार्टी के लोग भी ट्रंप की आलोचना कर रहे हैं। संसद ने तो ट्रंप को हटाने के लिए अमेंडमेंट 25 तक पर विचार करने का संकेत दिया। ऐसे में ट्रंप बैकफुट पर नज़र आ रहे हैं।
‘हिंसा होने से मैं दुखी हूं’
ट्रंप ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा ‘बाकी अमेरिकियों की तरह मैं भी हिंसा और उपद्रव से दुखी हूं। मैंने कैपिटल हिल को सुरक्षित करने और उपद्रवियों को बाहर निकालने के लिए तुरंत नेशनल गार्ड और पुलिस को तैनात किया। अमेरिका हमेशा कानून व्यवस्था का देश रहना चाहिए।’
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 8, 2021
‘सत्ता हस्तांतरण के लिए तैयार हूं’
ट्रंप ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि उनकी कोशिश सिर्फ निष्पक्ष चुनाव और वोट की गरिमा को बनाए रखने की थी। उन्होंने कहा कि ‘जब कांग्रेस ने नतीजों को प्रमाणित कर दिया है तो अब 20 जनवरी को नए प्रशासन का उद्घाटन किया जाएगा। मेरा ध्यान अब सत्ता के सुचारू, निर्बाध और व्यवस्थित हस्तांतरण के लिए है’
ट्रंप की जबरदस्त आलोचना
अपने समर्थकों को भड़काकर अमेरिका की संसद पर हमला करवाने के लिए ट्रंप की सिर्फ अमेरिका में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कड़ी आलोचना हो रही है। लोग कह रहे हैं कि ट्रंप ने कुर्सी के लालच में दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र की गरिमा पर ही बट्टा लगा दिया।
ट्रंप का फेसबुक अकाउंट सस्पेंड
भड़काऊ ट्वीट करने के आरोप में ट्विटर पहले ही ट्रंप के अकाउंट को 12 घंटे के लिए सस्पेंड कर चुका था और अब फेसबुक ने भी ट्रंप पर सख्त कार्रवाई की है। फेसबुक संस्थापक मार्क ज़करबर्ग ने बाकायदा एक संदेश जारी कर बताया कि फेसबुक की ओर से ट्रंप के अकाउंट को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है।
ट्रंप समर्थकों ने कैपिटल हिल पर धावा बोल दिया था और वहां जमकर उत्पात मचाया था। हिंसक प्रदर्शन में कम से कम चार लोगों के मारे जाने की खबर है।