दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज में इतिहास पढ़ाने वाले एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रतन लाल के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में केस दर्ज़ हो चुका है। दिल्ली के मौरिस नगर थाने में उनके खिलाफ मामला दर्ज़ कराया गया है। इसी मसले को लेकर हमने डॉ रतन लाल से बात की और उनसे जाना कि आखिर क्या मामला है ?
मैंने इतिहासकार के नाते लिखा था – डॉ रतन लाल
डॉ रतन लाल पर ज्ञानवापी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। हमने जब उनसे पूछा कि आपने ऐसा क्यों लिखा तो उन्होंने कहा ‘मैं एक इतिहासकार हूं और एक इतिहासकार के नाते मैंने यदि, शायद, लगता है जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए लिखा कि कहीं शिवजी के साथ ऐसी छेड़छाड़ तो नहीं हुई है? मैंने तो ‘शिवजी’ लिखा, शिव को कोई गाली नहीं दी।’ डॉ रतन लाल का पूरा इंटरव्यू देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
डॉ रतन लाल को सोशल मीडिया पर लगातार धमकी भी दी जा रही हैं। यहां तक उनके परिवार वालों को भी गालियां दी जा रही हैं। ऐसे में डॉ रतन लाल ने पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर आत्मरक्षा के लिए AK-56 राइफल का लाइसेंस देने की मांग की है। सुनिए उन्होंने इस बारे में क्या कहा ?