पंजाब के मुक्तसर में एक दलित युवक के आत्महत्या करने के मामले में जिला पुलिस ने एक्शन लेते हुए लखेवाली थाने में तैनात एसएचओ शिमला रानी और एएसआई हरजिंदर सिंह को निलंबित कर दिया है। मृतक ने सुसाइड नोट लिखते हुए पुलिस के अलावा अपनी मौत के लिए चार लोगों को भी जिम्मेदार ठहराया था।
फांसी लगाकर युवक ने दी जान
लखेवाली थाने क्षेत्र के अंतगर्त आने वाले चक तमकोट गांव के एक 39 वर्षीय दलित युवक जगमीत सिंह ने फांसी के फंदे से लटकर पिछले हफ्ते आत्महत्या कर ली थी। मृतक ने दो महिलाओं समेत पांच लोगों पर अपनी पत्नी को अगवा करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद से उसे परेशान किया जा रहा था।
पुलिस ने बरती जांच में लापरवाही
मृतक ने अपने सुसाइड नोट में पुलिस के उपर उसकी लापता पत्नी का पता ना लगाने और केस में निष्क्रियता बरतने का आरोप लगाया था, साथ ही युवक ने अपनी मौत के लिए चार लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। युवक की मौत के बाद उसकी बेटी ने नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल कास्ट (NCSC) में पुलिस पर आरोप लगाते हुए मदद की गुहार लगाई थी।
NCSC ने लिया मामले का संज्ञान
जिसके बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने मुक्तसर पुलिस के डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी को नोटिस जारी कर 15 दिन के अंदर एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगी थी। फिलहाल लखेवाली थाने के एसएचओ का अतिरिक्त प्रभार एसआई बलजीत सिंह को सौंपा गया है
( ये खबर द ट्रिब्यून की रिपोर्ट पर आधारित है )