पूर्व केंद्रीय मंत्री और एलजेपी के संस्थापक रामविलास पासवान की जयंती के अवसर पर उनको याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दूसरे नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
रामविलास पासवान का सफरनामा
रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 को बिहार के जिला खगड़िया के फरकिया गांव में हुआ था। उनका निधन 8 अक्टूबर 2020 को पिछले साल हो गया था। पासवान 52 साल पहले 1969 में 23 साल की उम्र में DSP और MLA एक साथ बने थे। 1977 में रामविलास पासवान ने हाजीपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार को सवा चार लाख वोटों से शिकस्त दी थी, इस जीत ने उन्हें दलितों का आइकन बना दिया था। उन्होंने अपने 50 साल के राजनीतिक जीवन में सिर्फ दो बार हार झेली है। पासवान नौ बार सांसद बने थे। उन्होंन 2002 में NDA को छोड़ दिया था। पासवान 2014 में बीजेपी सरकार में केंद्रीय मंत्री बने।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि, आज मेरे दोस्त रामविलास पासवान जी की जयंती हैं। मैं उनकी आज भी कमी महसूस करता हूं। वह देश के सबसे अनुभवी सांसदों, राजनेताओं में से एक थे। जन सेवा और दलितों को सशक्त बनाने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
Today is the birth anniversary of my friend, late Ram Vilas Paswan Ji. I miss his presence greatly. He was one of India’s most experienced Parliamentarians and administrators. His contributions to public service and empowering the downtrodden will always be remembered.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 5, 2021
तेजस्वी ने किया रामविलास पासवान को याद
RJD के सिल्वर जुबली कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने रामविलास पासवान को याद करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा ‘मैं रामविलास पासवान को नमन करता हूं। आज उनका जन्मदिन है और वो मेरे पिता के साथी थे। उन्होंने साथ संघर्ष किया और मुझे दुख है कि आज वो हमारे बीच नहीं हैं।’
RJD is celebrating its silver jubilee. I salute Ram Vilas Paswan. Today is his birthday and he has been a companion and friend of my father. They struggled together and I regret that he is not with us today: RJD leader Tejashwi Yadav on party's 25th foundation day pic.twitter.com/xNbzLZTYYr
— ANI (@ANI) July 5, 2021
राजनाथ सिंह ने पासवान को किया याद
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि, स्वर्गीय रामविलास पासवान जी के निधन बाद आज उनकी पहली जयंती के अवसर पर मैं उनकी स्मृतियों को नमन करता हूँ। स्वभाव से सरल और सहज रामविलासजी ने आजीवन गरीब, दलित और कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए काम किया। उनकी जयंती के अवसर पर मैं उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
स्वर्गीय रामविलास पासवान जी के निधन बाद आज उनकी पहली जयंती के अवसर पर मैं उनकी स्मृतियों को नमन करता हूँ। स्वभाव से सरल और सहज रामविलासजी ने आजीवन गरीब, दलित और कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए काम किया। उनकी जयंती के अवसर पर मैं उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 5, 2021
एलजेपी के राष्ट्रीय महासचिव चंदन सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि, लोक जनशक्ति पार्टी के जनक सामाजिक क्रांति के पुरोधा, अपने जीवन को पूर्णतया न्योछावर करके, समानता और मानवता के लिए लड़ाई लड़ने वाले ,अछूतो पिछडो वंचितो गरीबो के हक अधिकारो की लड़ाई लड़ने वाले। हमारे अभिभावक स्वर्गीय राम विलास पासवान जी की जयंती पर सादर नमन।
https://twitter.com/ChandanSinghMP/status/1411906728958980099
समाजवादी लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रामकरन निर्मल ने अपने ट्वीट में लिखा, राजनितिक रूप से दलित, पिछड़ों में एका कायम कर समंती व्यवस्था से लड़ने वाले, ओबीसी आरक्षण आंदोलन के नायक रामविलास पासवान की जयंती पर उन्हें शत् शत् नमन।
राजनितिक रूप से दलित, पिछड़ों में एका कायम कर समंती व्यवस्था से लड़ने वाले, ओबीसी आरक्षण आंदोलन के नायक #राम_विलास_पासवान की जयंती पर उन्हें शत् शत् नमन!!! pic.twitter.com/HjZZDDoHuK
— Ram Karan Nirmal (@RamkaranNirmal) July 5, 2021
रामविलास पासवान ने जिस लोक जनशक्ति पार्टी की मजबूती से नींव रखी थी आज वही पार्टी चाचा-भतीजे के बीच चल रही सियासी जंग की वजह से दो गुटों में बंट चुकी है। चाचा-भतीजे दोनों रामविलास पासवान की जयंती अलग-अलग मना रहे है। चिराग पासवान पिता की जयंती हाजीपुर में तो भाई सांसद पशुपति कुमार पटना में समारोह आयोजित कर रहे हैं।