यूपी में हाथरस कांड के बाद बलराम पुर में भी हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। मीडिया रिपोेर्ट्स के मुताबिक़ बलरापुर के थाना गैसड़ी इलाक़े में एक दलित लड़की के साथ हाथरस जैसी दरिंदगी हुई है। आरोप है कि 22 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया गया और उसके हाथ पैर तक तोड़ डाले। पीड़िता की माँ के मुताबिक़ उनकी बेटी को इंजेक्शन देकर हैवानियत की गई और बाद में रिक्शा में बैठाकर घर भेज दिया। नवभारत टाइम्स में छपी ख़बर के मुताबिक़ पीड़िता ने मरने से पहले अपनी माँ को बस इतना कहा था कि ‘बहुत दर्द है… अब मैं नहीं बचूंगी’
भारत समाचार चैनल के संपादक बृजेश मिश्रा ने ट्विटर पर लिखा। ‘इस ट्वीट को लिखते वक्त मेरे हाथ कांप रहे हैं। गम, गुस्सा और क्षोभ से स्तब्ध हूं। अब बलरामपुर में, हाथरस से भी भयानक वारदात हुई है। दलित समाज की एक बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ। दोनों पैर तोड़ दिए गए। कमर तोड़ दी गई। मुंह बंद करने के लिए घातक इंजेक्शन ठूंस दिया। और फिर हत्या कर दी।’
इस ट्वीट को लिखते वक्त मेरे हाथ कांप रहे हैं। गम, गुस्सा और क्षोभ से स्तब्ध हूं। अब बलरामपुर में, हाथरस से भी भयानक वारदात हुई है। दलित समाज की एक बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ। दोनों पैर तोड़ दिए गए। कमर तोड़ दी गई। मुंह बंद करने के लिए घातक इंजेक्शन ठूंस दिया। और फिर हत्या कर दी।
— Brajesh Misra (@brajeshlive) September 30, 2020
पुलिस ने नकारा हाथ-पैर तोड़ने का आरोप
लेकिन हैरानी की बात ये कि जिस तरह यूपी पुलिस हाथरस कांड में भी गैंगरेप की वारदात को नकारती रही, उसी तरह बलरामपुर कांड में भी यूपी पुलिस ने पीड़िता के हाथ-पैर तोड़ने के आरोपों को नकारा है। बलरामपुर एसपी देवरंजन वर्मा ने कहा है कि पोस्टमार्टम में हाथ-पैर तोड़ने की पुष्टि नहीं हुई है।
थाना को0 गैसड़ी में हुए घटना के संबंध में मृतका के भाई की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत करते हुए दोनों नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है । अन्य जांच एवं विधिक कार्यवाही की जा रही है। हाथ, पैर व कमर तोड़ने वाली बात असत्य है। @Uppolice @AdgGkr @dgpup @PrashantK_IPS90 pic.twitter.com/0LG2yHMguz
— BALRAMPUR POLICE (@balrampurpolice) September 30, 2020
बलरामपुर पुलिस ने इस मामले में फ़िलहाल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
थाना को0गैसड़ी में युवती के साथ सामुहिक दुष्कर्म व हत्या के प्रकरण में मृतका के भाई की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत कर नामजद दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है । @Uppolice @dgpup @PrashantK_IPS90 @CMOfficeUP @UPGovt @InfoDeptUP @bstvlive @abpnewshindi @News18UP @DNHindi pic.twitter.com/l6Hkgjcyls
— BALRAMPUR POLICE (@balrampurpolice) September 30, 2020
लेकिन इस वारदात के बाद फिर से वही सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या यूपी में दलित होना अपराध हो गया है ? जिस तरह से यूपी पुलिस ने हाथरस की बेटी कोे आधी रात में भस्म कर डाला उसके बाद से लोग पुलिस के दावों पर कैसे यकीन करें ?