मध्य प्रदेश के गुना जिले से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आयी है, गुना में उकावदखुर्द गांव के आदिवासी समुदाय से आने वाले विजय सहरिया को सिर्फ 5 हज़ार रुपये का क़र्ज़ न चुका पाने के कारण मिटटी का तेल डाल कर जला दिया गया.
इस दर्दनाक हादसे के बाद विजय सहरिया ने गुना अस्पताल में दम तोड़ दिया। खबरों के मुताबिक उकावदखुर्द गांव के विजय सहरिया ने गांव के ही एक ज़मींदार राधेश्याम से 5 हज़ार रुपये उधार लिए थे, जिसके बाद उस पैसे को न चुका पाने के कारण राधेश्याम अपने खेतों में विजय से कथित रूप से बंधुआ मजदूरी करवाता था, कई बार खेत में काम करने के बदले पैसा मांगने पर विजय को गलियां दी जाती थीं. तीन साल से बंधुआ मजदूरी कर रहे विजय को पैसा मांगने पर उधार लिए गए पैसों चुकाने को कहा जाता था और उसे मारा भी जाता था.
एमपी में महज़ 5 हज़ार रुपये ना चुकाने पर एक आदिवासी मजदूर को ज़िंदा जला दिया गया। क्या बहुजनों की जान इतनी सस्ती है? जातिवाद की ये आग कब बुझेगी? @LokeshPoojaUkey ने अपनी कूची से जातिवाद के भयानक रूप को उकेरा है। #DalitLivesMatters pic.twitter.com/smjskAqlRW
— The Shudra (@TheShudra) November 9, 2020
पुलिस के मुताबिक शुक्रवार की रात को राधेश्याम ने अपने उधार दिए गए पैसे मांगने के लिए विजय को उसके घर से कृष्ण मंदिर के पास बुलाया। पैसों को लेकर दोनों में विवाद हो गया, इसी बीच राधेश्याम ने गुस्से में विजय के ऊपर मिटटी का तेल डालकर जला दिया और वहां से गलियां देते हुए भाग गया. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में गंभीर रूप से जले हुए विजय ने राधेश्याम का नाम लिया है. एसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी राधेश्याम को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ब्यूरो रिपोर्ट, द शूद्र