सिंघु बॉर्डर पर एक दलित कामगार की निहंगों द्वारा बर्बर हत्या को लेकर दलित समाज में जबरदस्त आक्रोश है। लोग सोशल मीडिया पर निहंगों की इस हरकत को तालिबानी करार दे रहे हैं और दोषियों को सख्त सज़ा की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग मृतक लखबीर सिंह के लिए न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
क्यों की गई हत्या ?
सिंघु बॉर्डर पर निहंगों ने एक दलित कामगार शख्स को बेरहमी से मार डाला। उसके साथ तालिबानी तरीके की हैवानियत को अंजाम दिया गया। यहां तक कि उसका एक हाथ तक काट डाला गया और उसकी लाश को सरेआम टांग दिया गया। निहंगों ने आरोप लगाया कि लखबीर सिंह ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की थी इसीलिए उन्होंने उसे मौत के घाट उतार दिया। इस मामले में दो निहंग सिखों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।
Lakhbir was killed bcoz he was a SC labourer and touched a religious book. The argue of 'बेअदब' (insult) reflects their caste supremacy as they thinks that a SC polluted the book by touch. #JusticeForLakhbirSingh pic.twitter.com/fO99BIKUUw
— Mission Ambedkar (@MissionAmbedkar) October 15, 2021
दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो – मायावती
बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने भी इस मसले पर ट्वीट कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने लिखा ‘दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के एक दलित युवक की नृशंस हत्या अति-दुखद व शर्मनाक। पुलिस घटना को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे तथा पंजाब के दलित सीएम भी लखीमपुर खीरी की तरह पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की मदद व सरकारी नौकरी दें, बीएसपी की यह माँग।’
1. दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर पजंाब के एक दलित युवक की नृशंस हत्या अति-दुखद व शर्मनाक। पुलिस घटना को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे तथा पंजाब के दलित सीएम भी लखीमपुर खीरी की तरह पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की मदद व सरकारी नौकरी दें, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) October 16, 2021
इस वारदात ने एक बार फिर सिख धर्म में पसरे जातिवाद और ब्राह्मणवाद का क्रूर चेहरा उजागर कर दिया है।