Periyar E. V. Ramasamy की जयंती आज देश-दुनिया में धूमधाम से मनाई जा रही है। तमिलनाडु में आज पेरियार साहब की जयंती को सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने पेरियार की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। तमिलनाडु में पेरियार जयंती को सामाजिक न्याय के रूप में मनाने का एलान पहले ही कर दिया गया था।
सोशल मीडिया पर पेरियार ही पेरियार
आज पेरियार के सम्मान में लोग सोशल मीडिया पर भी पेरियार की तस्वीरें और उनके विचारों को शेयर कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर #HBDPeriyar और #SocialJusticeDay जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
तमिलनाडु में हुआ था पेरियार का जन्म
17 सितंबर 1879 को ई.वी. रामासामी नायकर ‘पेरियार’ का जन्म तमिलनाडु के इरोड में हुआ था। पेरियार वैज्ञानिक दृष्टिकोण और अद्भुत तार्किक क्षमता वाले विचारक थे। उन्होंने दलित–पिछड़े समुदाय को बराबरी का दर्जा दिलाने के लिए अपना जीवन लगा दिया। पेरियार अकेले ऐसे राजनेता हैं जिन्होंने दक्षिण भारत में ब्राह्मणवाद की जड़े उखाड़ दीं। अंधविश्वास, छुआछुत और पाखंडवाद के कट्टर विरोधी पेरियार की ‘सच्ची रामायाण’ ब्राह्मणवाद की बखिया उधेड़ कर रख देती है।
प्रेरणा का काम करते हैं पेरियार के विचार
आज भी पेरियार के विचार ना सिर्फ़ बहुजन आंदोलन को ताक़त देते हैं बल्कि ग़ैर-बराबरी के ख़िलाफ़ लड़ने की हिम्मत भी देते हैं। अपने तर्कों से अच्छे-अच्छों को पानी पिला देने वाले पेरियार साहब के विचार उस समय जितने प्रासंगिक थे, उतने ही आज भी हैं। भारत के मूलनिवासियों के आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ने वाले पेरियार साहब को आज हर कोई सलाम कर रहा है। द शूद्र और द न्यूज़बीक की ओर से हम पेरियार साहब को नमन करते हैं।