आज का दिन बहुजन इतिहास में काफी महत्वपूर्ण है। 20 सितंबर को बहुजन इतिहास में कई अहम घटनाएं हुई थीं। हम आपको सिलसिलेवार ढंग से 20 सितंबर की ऐतिहासिक घटनाओं के बारे में बता रहे हैं।
गांधी का आमरण अनशन (20 सितंबर,1932)
अछूतों को मिले पृथक प्रतिनिधित्व के विरोध में गांधी ने आज ही के दिन पूना की यरवदा जेल में आमरण अनशन शुरू कर दिया था। बाबा साहब ने बड़ी ही मुश्किल से गोलमेज़ सम्मेलनों के ज़रिए अछूतों के लिए अलग चुनाव क्षेत्रों का हक़ पाया था।तमाम कांग्रेसियों ने गांधी की ज़िंदगी का हवाला देकर बाबा साहब पर ज़बरदस्त दबाव डाला। चारों ओर से उन्हें परेशान किया गया, आख़िरकार मजबूरी में 24 सितंबर 1932 को ये हक़ छोड़ते हुए उन्हें पूना पैक्ट पर हस्ताक्षर करने पड़े।
हिंदू कोड बिल क्लॉज़-2 (20 सितंबर 1951)
महिलाओं की मुक्ति के लिए आज ही के दिन संसद में हिंदू कोड बिल का दूसरा क्लॉज़ पास हुआ था। इसमें हिंदू महिलाओं के लिए तलाक़ के अधिकार को पक्का किया गया था। बाबा साहब ने बिल पर बोलते हुए कहा था ‘पुरुषों के लिए हिंदुओं का पवित्र विवाह कई पत्नियाँ रखने का विशेषाधिकार है जबकि महिलाओं के लिए ऐसी शादियाँ दासता के सिवा कुछ नहीं है।‘
नारायणा गुरु परिनिर्वाण दिवस (20 सितंबर 1928)
केरल में जन्म श्री नारायणा गुरु स्वामी एक महान समाज सुधारक थे। उन्होंने वंचितों के अंदर आत्मविश्वास भरके अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने की शिक्षा दी। उन्होंने कहा था ‘शिक्षा के माध्यम से जानकार और जागरूक बनो, संगठित होकर मज़बूत बनो और कठिन परिश्रम से समृद्धि हासिल करो‘। 20 को 1928 उनका परिनिर्वाण हो गया था।
बाबा साहब की हैदराबाद यात्रा (20 सितंबर 1944)
आज ही के दिन बाबा साहब डॉ आंबेडकर अपनी यात्रा के दौरान हैदराबाद पहुँचे थे। स्टेशन पर पुलिस अधिकारियों और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया था। बाबा साहब अपनी राजनीतिक पार्टी को मज़बूत करने के लिए उन दिनों देश भर की यात्रा कर रहे थे।
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